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महिलाओं का सम्मान

महिला सशक्तिकरण - अधिकार और कर्तव्य

महिलाये शक्तिशाली बनती हैं जिससे वे अपने जीवन से जुड़े सभी फैसले स्वयं ले सकती हैं और परिवार व समाज में सम्मानपूर्वक रह सकती हैं।

महिला सशक्तिकरण में मुख्य बाधाएँ

  • दहेज प्रथा
  • कन्या भ्रूण हत्या
  • घरेलू हिंसा
  • महिला व पुरुष को समान परिश्रमिक न मिलना
  • यौन शोषण

महिलाओं की आध्यात्मिक, राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक शक्ति में वृद्धि करना और उन्हें घर की चारदीवारी से बाहर निकालकर पुरुषों के समान स्थापित करना ही सही मायने में महिला सशक्तिकरण है।

महिलाओं की स्थिति में सुधार कैसे किया जा सकता है

  • स्त्री शिक्षा को अनिवार्य किया गया है।
  • लड़की की मर्ज़ी के बिना शादी पर प्रतिबंध लगाया गया है।
  • तलाक को कानूनी दर्जा दिया गया है।
  • महिलाएं अपनी पसंद के किसी भी हुनर की ट्रेनिंग ले सकती हैं।

महिला सशक्तिकरण में शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान

बिना शिक्षा के महिला की स्थिति में सकारात्मक परिवर्तन असंभव है। शिक्षा से महिलाओं में जागरूकता, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में निखार आता है।

नारी मुक्ति का अर्थ

नारी मुक्ति का अर्थ है – अंधविश्वासों, कुरीतियों, दहेज प्रथा, सती प्रथा आदि का विरोध करना और स्वाभिमान के साथ जागरूक नागरिक बनकर जीना।

अभी भी भारत के कई हिस्सों में महिलाओं को उचित अधिकार नहीं मिलते। इसलिए महिला सशक्तिकरण आवश्यक है ताकि अन्याय, लैंगिक भेदभाव और असमानता को समाप्त किया जा सके।

भारत में महिलाओं की भूमिका

महिलाएं परिवार बनाती हैं। परिवार समाज बनता है और अच्छा समाज ही अच्छे देश का निर्माण करता है। नारी सम्मान इसलिए आवश्यक है क्योंकि उसके शुभ कदमों से ही घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मकता बनी रहती है।

हम महिलाओ का सम्मान कैसे करें?

  1. लड़की को असुविधाजनक महसूस न होने दें।
  2. कपड़ों से जज न करें।
  3. महिलाओं को स्वतंत्रता दें।
  4. पत्नी की भावनाओं की कद्र करें।
  5. बोल्डनेस को कमजोरी न समझें।
  6. टक्कर नहीं, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा रखें।
  7. आर्थिक योजना का हिस्सा बनाएं।
  8. टैलेंट को प्रोत्साहित करें।
  9. कॉन्फिडेंस बढ़ाने में मदद करें।
  10. मिसाल कायम करें।

इन 10 क़समें लेकर बदलें अपना नज़रिया और करें नारी का सम्मान।

महिला सशक्तिकरण से सम्बंधित प्रमुख सरकारी योजनाएँ

  • बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना
  • उज्ज्वला योजना
  • स्वाधार गृह योजना
  • प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
  • प्रधानमंत्री मातृ शक्ति केंद्र योजना
  • वन स्टॉप सेंटर योजना